सूरज अपने सुनहरे किरनों का प्रकाश फैला रहा है, लोगो की बढ़ रही चहल-पहल धीरे-धीरे वातावरण की खामिशियो... सूरज अपने सुनहरे किरनों का प्रकाश फैला रहा है, लोगो की बढ़ रही चहल-पहल धीरे-धीरे...
मैं तुम्हें यह जादुई पत्थर का टुकड़ा दो दिन के लिए दे कर, कहीं दूसरे गाँव जा रहा हूँ। मैं तुम्हें यह जादुई पत्थर का टुकड़ा दो दिन के लिए दे कर, कहीं दूसरे गाँव जा रहा...
चिड़िया बोली "इस पेड़ पर जादुई नारियल है और अगर तुम यहाँ से एक नारियल जिसमें जहर नहीं है वो कह पाओगे... चिड़िया बोली "इस पेड़ पर जादुई नारियल है और अगर तुम यहाँ से एक नारियल जिसमें जहर...
ल्र्खक: विक्टर द्रागून्स्की अनुवाद : आ. चारुमति रामदास ल्र्खक: विक्टर द्रागून्स्की अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
बहुत दिनों से शशि इंतजार कर रहा था। आज चाचाजी के नहाते वक्त वो मौका मिला... बहुत दिनों से शशि इंतजार कर रहा था। आज चाचाजी के नहाते वक्त वो मौका मिला...
सच है यह कि स्त्री घर को बना भी सकती है और बिगाड़ भी सकती है।" सच है यह कि स्त्री घर को बना भी सकती है और बिगाड़ भी सकती है।"